उमेशपाल हत्याकांड : मेरठ, आजमगढ़ में मिली अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब को पनाह, कौन है मददगार?

प्रयागराज

माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फात्मा की तलाश में पुलिस और एसटीएफ दिल्ली समेत कई जगहों पर भटक कर लौट आई। अब अतीक के वकील विजय मिश्र की लखनऊ से गिरफ्तारी के बाद जैनब के बारे में कई सुराग पुलिस को मिले हैं। विजय मिश्र के साथ जैनब भी लखनऊ पहुंची थी। जैनब का भाई सद्दाम भी उसके साथ था। लखनऊ में अतीक की पंद्रह करोड़ की जमीन की डील फाइनल होती इससे पहले पुलिस टीमों ने घेराबंदी कर विजय मिश्र को गिरफ्तार कर लिया। जैनब वहां से तो निकल गई लेकिन विजय मिश्र ने उसके बारे में कई जानकारी पुलिस को दी है।

कई राज्यों और जिलों में पुलिस टीमें जैनब की तलाश में भटकीं लेकिन वह नहीं मिली। ऐसे में वह लखनऊ कैसे पहुंची और उसे पनाह कहां मिलती रही, इस सवाल पर कुछ सुराग विजय मिश्र ने पुलिस को दिए हैं। जैनब फरारी के दौरान मेरठ और आजमगढ़ में रही। काफी दिनों तक उसे पहले मेरठ और फिर आजमगढ़ में पनाह मिली। असल में अतीक की बहन आयशा नूरी और उसके पति डॉ. एखलाक की मेरठ में कई प्रॉपर्टी है। अतीक की वजह से उसके बहनोई डॉ. एखलाक का मेरठ तमाम लोगों के बीच दबदबा रहा है। यही वजह है कि जैनब को वहां पनाह मिल गई। डॉ. एखलाक को पुलिस जेल भेज चुकी है जबकि आयशा नूरी की तलाश चल रही है।

पुलिस का मानना है कि आयशा नूरी के करीबियों ने मेरठ में जैनब को पनाह दी। मेरठ में पुलिस कुछ सक्रिय हुई तो जैनब वहां से आजमगढ़ चली गई। आजमगढ़ में भी उसे अतीक-अशरफ और परिवारवालों के जानने वालों ने पनाह दी। जैनब के रामपुर में भी कई दिन पनाह पाने की बात सामने आई है। प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों की पुलिस के संपर्क में है। सभी जिलों की पुलिस से कहा गया है कि वह जैनब, शाइस्ता आदि के बारे में जानकारी जुटाएं ताकि उन्हें पकड़ा जा सका।

 

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