कोरोना काल में किया टेस्ट किट और दवाओं का दुरुपयोग, पुणे पुलिस ने स्वास्थ्य अधिकारी और दो अन्य के खिलाफ दर्ज किया केस

पुणे
पुणे पुलिस ने 2021 में महामारी के दौरान एक नागरिक-संचालित अस्पताल के लिए कोविड -19 परीक्षण किट, दवाओं और सैनिटाइजर का कथित रूप से दुरुपयोग करने और उन्हें व्यक्तिगत लाभ के लिए निजी प्रयोगशालाओं को बेचने के लिए एक पूर्व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी और दो अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। इसकी जानकारी शुक्रवार को एक अधिकारी ने दी है।
 

वारजे मालवाड़ी पुलिस ने गुरुवार को पुणे नगर निगम के पूर्व मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आशीष भारती, डॉ. अरुणा तारडे और डॉ. रुशिकेश गार्डी के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 465 (जालसाजी) और भारतीय दंड संहिता के अन्य प्रासंगिक प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया। उन्होंने बताया कि मामला डॉ. सतीश कोलसुरे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जो मामले को अदालत में ले गए, जिसके बाद एक स्थानीय अदालत ने पुलिस को मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने कथित तौर पर जनवरी और दिसंबर 2021 के बीच वारजे मालवाड़ी इलाके में अरविंद बारटाके अस्पताल में मरीजों की फर्जी प्रविष्टियां बनाकर फर्जी रिकॉर्ड बनाए, ताकि ऐसा लगे कि सुविधा में परीक्षण किट, सैनिटाइजर और दवाओं जैसी सामग्री का उपयोग किया गया था। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने बाद में निजी लाभ के लिए इन वस्तुओं को निजी प्रयोगशालाओं और व्यक्तियों को बेच दिया और 80 लाख रुपये से 90 लाख रुपये तक का मुनाफा कमाया।

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