स्पेनिश कपल ने घाघरा-चोली पहन हिंदू रीति-रिवाज से रचाई शादी, भायी ‘धोरों की धरती’

जोधपुर.

हमेशा-हमेशा साथ रहने का वादा कर अग्नि को साक्षी मानकर एक दूसरे के हो गए। जी हां वो सात समंदर पर से आए तो हिंदुस्तान घूमने थे, लेकिन सनातन या यूं कहें हिन्दू धर्म से ऐसे प्रभावित हुए कि बस दोनों ने निर्णय किया कि अब उन्हें जन्म-जन्म तक साथ रहना है, जैसा हिन्दू ग्रंथ में लिखा है। जोधपुर जिले के पता इलाके में आयोजित निजी होटल के इस कार्यक्रम में विदेशी मेहमानों के साथ ही स्थानीय लोगों ने भी शिरकत की। इस दौरान फिलिप्स और विक्टोरिया के चेहरे पर एक अलग सी खुशी नजर आ रही थी।

उदय सिंह चौहान से आग्रह किया कि वह अग्नि के समक्ष साथ फेरे लेकर जन्मों-जन्मों तक के लिए एक बंधन में बंधना चाहते हैं। इस पर उदय सिंह ने उनके शादी की सारी व्यवस्था की और दोनों ने ही अग्नि के समक्ष साथ फेरे लेकर हिंदू रीति-रिवाज और परंपरा के साथ विधि-विधान से शादी को संपन्न करवाया। स्थानीय गाइड की मदद से आयोजन को ढूंढा और फिर हिंदू रीति-रिवाज से शादी का आयोजन किया गया। फिलिप्स के साथ आए विदेशी बाराती बने तो विक्टोरिया के साथ जोधपुर की महिलाएं दुल्हन की सहेलियों के रूप में साथ में पहुंचीं।

पंडित जी ने सभी का तिलक लगाकर स्वागत किया और फिर अग्नि के साथ फेरे लिए गए और इस तरह फिलिप्स और विक्टोरिया सात जन्मों के बंधन में बंध गए। दरअसल, स्पेन के रहने वाले फिलिप्स और विक्टोरिया पिछले लंबे समय से साथ रहते थे। जब वो हिंदुस्तान घूमने आए तो यहां के रीति-रिवाज को देखा सनातन धर्म को देखा और यहां की कला संस्कृति को देखकर अभिभूत हो गए। वो दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे और जब देखा की शादी करना हिंदुस्तान में सात जन्मों तक साथ निभाना है तो उन्होंने हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने का निर्णय लिया।

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