अखिल भारतीय शिक्षा समागम में शामिल हुए छत्तीसगढ के प्रतिनिधि

रायपुर

एनआईटी रायपुर को भारत सरकार के युवा संगम कार्यक्रम का नोडल इंस्टिट्यूट बनाया गया था। एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम, युवाओं के लिए एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित रहा, जिसमें मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढने वाले छात्र और देश भर के विभिन्न राज्यों के कुछ आफ-कैंपस युवा शामिल रहे। इस टूर ने युवाओं के लिए जीवन के कई पहलुओं, विकास स्थलों उपलब्धियों और मेजबान राज्य में युवाओं के जुड़ाव का एक व्यापक अनुभव प्रदान किया।

छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधियों ने अखिल भारतीय शिक्षा समागम 2023 में भाग लिया, जो भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 29 – 30 जुलाई को आयोजित किया गया था, अखिल भारतीय शिक्षा समागम में सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के भारत को नई दिशा देने वाली है और हम उस क्षण का हिस्सा बन रहे हैं जो हमारे देश के भविष्य के निर्माण की नींव रख रहा है। साथ ही उन्हें माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान , माननीय शिक्षा मंत्री (राज्य) श्री सुभाष सरकार , एआईसीटीई के अधिकारियों के साथ विशेष रूप से बातचीत करने का अवसर मिला। इस यात्रा के दौरान श्री सुरेन्द्र नायक, युवा संगम कंसल्टेंट, मिनिस्ट्री आॅफ एजुकेशन का विशेष सहयोग छत्तीसगढ के प्रतिनिधियों को मिला।

इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ. एन. वी. रमन्ना राव भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। युवा संगम की टीम में छत्तीसगढ़ राज्य के 10 छात्र, जो छत्तीसगढ के विभिन्न जिलों और उच्च शिक्षा संस्थाओं के प्रतिभावान छात्र छात्राएं शामिल रहे , जो अपने क्षेत्र विशेष जैसे एनएसएस , एन सी सी, गायन और नृत्य इत्यादि में निपुण हैं । इस यात्रा के फैकल्टी कोआर्डिनेटर, एप्लाइड जियोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. डी. सी. झरिया एवं इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मृदु साहू रहे।

छत्तीसगढ़ और नागालैंड के प्रतिनिधियों ने एक साथ मिलकर अंतर सांस्कृतिक छत्तीसगढ़ी और नागामी लोक नृत्य का प्रदर्शन किया , जिसे उपस्थित दर्शकों द्वारा खुब सराहना मिली , इस नृत्य के दौरान दोनो संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने साथ मिलकर आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके साथ ही इस समागम के दौरान, पाठ्यक्रम विकास, शिक्षण प्रतियोगिताओं, शिक्षा में तकनीकी एकीकरण, व्यावसायिक प्रशिक्षण, शिक्षा नीतियाँ, और अन्य विषयों पर चर्चा की गई।

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