वसुंधरा राजे के विकल्प पर मुस्कुराईं महारानी दीया!

जयपुर.

चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। इनमें से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। इसे अगले साल होने जा रहे लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी कहा जा रहा है। राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग होनी है। डेट के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी। सूची में 41 कैंडिडेट के नाम का ऐलान किया गया है। इनमें 7 मौजूदा सांसदों के नाम भी शामिल हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा राजसमंद से सांसद महारानी दीया कुमारी की हो रही है। दरअसल, दीया कुमारी राजस्थान के राजपरिवार से आती हैं। उन्हें बीते कई दिनों से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विकल्प भी बताया जा रहा है। ऐसे में अब दीया कुमारी ने खुद इस पर अपना जवाब दिया है।

वसुंधरा का विकल्प दिया कुमारी?
क्या राजस्थान में दीया कुमारी वसुंधरा राजे का विकल्प हो सकती हैं? इस सवाल पर दीया कुमारी ने 'आजतक' से कहा, 'ऐसा बिलकुल भी नहीं है। ये सब अफवाहें हैं। मैं पार्टी की एक कार्यकर्ता हूं। मुझे पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी चाहे चुनाव लड़ाएगी या नहीं लड़ाएगी… मैं तो पार्टी के साथ ही रहूंगी। तो ऐसा कुछ भी नहीं है और हम सब लोग पार्टी के साथ हैं। ये सब बातें लोगों को अच्छी लगती हैं पर इनमें सच्चाई बिलकुल भी नहीं है।' ऐसे में विकल्प वाली बात को अफवाह बता दीया कुमारी ने यह संदेश दिया है कि राजस्थान में सभी नेता एकजुट हैं और सभी का प्रयास भाजपा की सरकार बनाना है।

टिकट मिलने पर कही ये बात
दीया कुमारी राजसमंद से सांसद हैं। भाजपा ने दीया को विद्याधर नगर सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। पार्टी ने मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी को उम्मीदवारों की पहली सूची में जगह नहीं दी है। इसे लेकर नरपत सिंह राजवी ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पांच बार के विधायक राजवी पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद हैं। विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने पर रिपोर्टर ने दीया कुमारी से पूछा, 'क्या आप सोच रही थीं कि आपको टिकट मिलने वाला है? या फिर जयपुर से मिलने वाला है ऐसा कुछ मन में था?' मुस्कुराते हुए दीया कुमारी ने कहा, 'बिलकुल भी नहीं था। मुझे इसकी कल जानकारी मिली। पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी दी है उसे मैंने अपनी तरफ से निभाया है। इस बार भी जो जिम्मेदारी मिली है उसे पूर्ण रूप से निभाउंगी।'

दरअसल, 25 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान दौरे पर थे। इस दौरान मंच पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और राजसमंद से सांसद दीया कुमारी भी मौजूद थीं। मंच पर पीएम मोदी के स्पीच के बाद दीया कुमारी को भाषण देने का मौका दिया गया लेकिन वसुंधरा राजे को लोगों संबोधित करने के लिए नहीं बुलाया गया। इसी वाकये के बाद राजनीतिक गलियारे में इस बात को लेकर खुसुर-फुसुर शुरू हो गया कि क्या दीया कुमारी को वसुंधरा राजे के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है।

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