शवों की बदबू से इजरायल में बुरा हाल, बेहद खौफनाक हैं तबाही के निशान

येरुशलम
इजरायल में हमास आतंकियों के हमले और फिर जवाबी कार्रवाई के बाद अब कई इलाके वीरान नजर आ रहे हैं। शवों की दुर्गंध इस कदर फैल रही है कि वहां जाना भी दूभर है। गाजा पट्टी के पास कफार अजा में आतंकियों के शव बिखरे पड़े हैं। चारों ओर जली हुई कारें और उनमें गोलियों के निशान नजर आते हैं। घरों के दरवाजे या तो टूटे हुए हैं या फिर उनकी दीवारें ही ढह गई हैं। वहीं बैग्स में लिपटे शव अब बदबू देने लगे हैं।

एपी की रिपोर्ट के मुताबिक कई घरों के बेडरूम में अब भी पूरा परिवार मरा पड़ा है। आतंकियों ने बच्चों तक को नहीं छोड़ा। इजरायल की सेना पत्रकारों के एक समूह को लेकर प्रभावित इलाके तक पहुंची। पत्रकार एक ऐसे गांव में पहुंचे जहां करीब 70 हमास लड़ाकों ने हमला बोला था। कफार अजा चारों तरफ से खेतों से घिरा बेहद खूबसूरत कस्बा है। इस गांव के बाद से ही गाजा की शुरुआत होती है। कफार अजा भी उन 20 शहरों और गावों में से एक है जहां आतंकियों ने जमकर तबाही मचाई। किबुज पूरी तरह वीरान नजर आने लगा। बता दें कि इस इलाके में किबुज को काफी समृद्ध माना जाता था। पढ़ाई के लिए भी आसपास के बच्चे किबुज ही आते थे।

पत्रकार जैसे-जैसे आगे बढ़े तबाही के निशान भी बढ़ते गए। बहुत सारे घरों के दरवाजे और दीवारों को आतंकियों ने ग्रेनेड से उड़ा दिया था। लोगों के घरों के गद्दे खून से लथपथ पड़े थे। सेफरूम से लेकर बाथरूम तक खून के धब्बे थे। घरों के बाहर और अंदर ग्रेनेड्स के टुकड़े भी बिखरे पड़े थे। घरों से ज्यादातर शव निकाले जा चुके हैं। बहुत सारे शवों को ट्रक से भेजा जा चुका है वहीं बहुत सारे अब भी इंतजार कर रहे हैं। ना जाने कितने ही शवों की पहचान इसलिए नहीं हो पाई क्योंकि उनके परिवार में कोई जिंदा ही नहीं बचा।

एपी रिपोर्टर के मुताबिक 20 आतंकियों के शव इकट्ठे रखे गए थे। बहुत सारे शव क्षत विक्षत  थे। वहीं चारों ओर बड़ी संख्या में सैनिक पट्रोलिंग कर रहे थे। धमाके की आवाजें अब भी रह रहकर सुनाई दे रही थीं। यहां के लोगों का कहना है कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध कोई नया नहीं है लेकिन इस तरह का मंजर पहली बार देखना पड़ा। यहां न्यूयॉर्क में रहने वाले एक शख्स ने कहा. इस तरह का मंजर 2001 के हमले के बाद देखा गया था। यह उससे भी खतरनाक है।

 

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button