अहोई अष्टमी के दिन पूजा और प्रसाद में बनाए मालपुए

करवा चौथ के बाद अहोई अष्टमी का व्रत आता है जिसे महिलाएं अपनी संतान की खुशहाली और लंबी आयु के लिए रखती है। इस व्रत को खासतौर से लड़कों के लिए किया जाता है। हालांकि अब लड़का-लड़की में कोई फर्क नहीं है ऐसे में कोई भी मां अपनी संतान के लिए इस व्रत को कर सकती है। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को अहोई व्रत किया जाता है। व्रत में प्रसाद के रूप में मीठा बनाया जाता है। जिसके लिए मालपुए और गुलगुले बनाए जाते हैं। बच्चों की पसंद के पकवान बनाए जाते हैं। अगर आप पहली बार अहोई का व्रत कर रही हैं तो हम आपको स्वादिष्ट मालपुए बनाने की रेसिपी बता रहे हैं। जिसे प्रसाद में रख सकती हैं और बच्चे भी खूब चाव से खाएंगे।

मालपुआ बनाने के लिए सामग्री
मालपुआ बनाने के लिए आपको 1 कप मैदा लेनी है। स्वाद बढ़ाने के लिए आप 1 कप मावा ले सकते हैं। इसमें 1 कप दूध भी पड़ेगा। और 1.5 कप चीनी चाहिए चाशनी बनाने के लिए। मालपुआ तलने के लिए देसी घी का इस्तेमाल करें। जो जरूरत के हिसाब से रख सकती हैं। इसके अलावा थोड़ी केसर, एक चुटकी इलायची पाउडर, बारीक कटे काजू-बादाम भी तैयार कर लें।

मालपुआ की रेसिपी
मालपुआ बनाने के लिए मैदा को छान लें। इसमें मावा डालें और हाथ से मसलते हुए इसमें दूध मिलाते जाएं। आप इसमें इलायची पाउडर भी मिक्स कर लें।
अब जरूरत के हिसाब से पानी डालकर गाढ़ा पेस्ट बनाकर तैयार कर लें। पेस्ट को करीब 10 मिनट के लिए ढककर रख दें। ध्यान रखें पेस्ट ज्यादा पतला न हो।
अब चाशनी तैयार करने के लिए एक पैन में पानी और चीनी डालकर धीमी आंच पर पकाएं। मालपुए के लिए आपको एक तार वाली चाशनी बनाकर तैयार करनी है।
अब मालपुए बनाने के लिए एक पैन या फ्लैट कड़ाही में घी गर्म कर लें। इसमें चमचा की मदद से पुए का बैटर डालकर थोड़ा फैलाएं।
अब मीडियम फ्लेम पर मालपुए को दोनों तरफ से हल्का गोल्डन होने तक सेंक लें।
चाशनी बनते वक्त उसमें केसर डाल दें और गैस बंद कर दें। अब तैयार मालपुए चाशनी में डाल दें और आधा घंटे तक रहने दें।
अब चाशनी में डूबे मालपुए को प्लेट में निकाल लें और ऊपर से कटे हुए काजू-बादाम से सजा दें।
स्वादिष्ट मालपुआ को आप अहोई अष्टमी के प्रसाद में चढाएं और अपने बच्चों को खिलाएं।

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