उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के पास महसूस किए गए भूकंप के झटके, 4.0 थी तीव्रता

 पिथौरागढ़

उत्तराखंड में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए है. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. NCS ने बताया कि पिथौरागढ़ से 48 किमी उत्तर पूर्व में 4 तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है.

देवभूमि उत्तराखंड एक बार फिर से भूकंप के झटकों से कांप गई है। सोमवार को उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पिथौरागढ़ से 48 किमी उत्तर पूर्व में 4 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के झटके लगते ही लोग घरों से बाहर निकल आये। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई है। अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है।

बार-बार आ रहे भूकंप के झटकों के साथ भले ही लोगों ने जीना सीख लिया है, लेकिन फिर भी ये झटके लोगों को सहमा ही देते हैं। भूर्भीय वैज्ञानिकों के अनुसार इंडियन प्लेट के लगातार यूरेशियन प्लेट की ओर गति करने से भूगर्भीय हलचल बढ़ी है। पृथ्वी का भूभाग सिकुड़ने की वजह से इनके नीचे ऊर्जा का भंडार यानि एनर्जी एकत्र हो रही है, जो कभी भी हिमालयी राज्यों में बड़े भूकंप के रूप में सामने आ सकती है।

आपको बता दें कि अंडर ग्राउंड एनर्जी प्लेट के कारण बाहर निकलती रहती है, जिस कारण भूकंप आता है। जहां पर ज्यादा एनर्जी रिलीज होती है, वहीं पर भूकंप आता है। जैसे कि हिमालयी क्षेत्र उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, बागेश्वर अक्सर इसके केंद्र बिंदु रहते हैं।

विदित हो कि वर्ष 2011 को पिथौरागढ़ जिले में पांच बार भूकंप आया था। जिसमें चार अप्रैल को आए भूकंप की तीव्रता सबसे अधिक 5.7 रिक्टर मापी गई थी। पांच मई 2011 को 5.0 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया। वर्ष 2012 में दो बार धरती डोली। जिसमें 28 जुलाई 2012 को 4.5 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था।

दो जनवरी 2013 को 4.0 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र भारत नेपाल सीमा पर था। 2013 में छह बार धरती डोली थी। 2014 में तीन बार भूकंप आया। छह जुलाई को आए भूकंप की तीव्रता 4.5 रिक्टर थी। वर्ष 2015 में सबसे अधिक 13 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। वर्ष 2016 में सात बार धरती कांपी थी।

इनमें सबसे बड़ा भूकंप एक दिसंबर 2016 को आया था जिसकी तीव्रता रिक्टर 5.2 थी। इसका केंद्र भारत नेपाल सीमा पर था। 2017 में 18 नवंबर को 3.3 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था, इसका केंद्र नाचनी बांसबगड़ क्षेत्र था। 2018 को 24 मई को 3.6 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था, इसका केंद्र भारत-नेपाल सीमा पर था। 11 नवंबर को 5.0 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था। इसका केंद्र भारत-नेपाल सीमा था। 2019 में पांच जनवरी को 2.7 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था, इसका केंद्र भारत-नेपाल सीमा था।

21 जुलाई को 3.5 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था। 14 जून को 3.8 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था। दोनों का केंद्र पिथौरागढ़ था। इसके बाद 16 सितंबर को 4.3 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र भारत-नेपाल सीमा थी। 12 नवंबर को 4.5 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था। इसका केंद्र पिथौरागढ़ जिले में था। 19 नवंबर को 5.3 रिक्टर तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र नेपाल था।

छह दिसंबर को 2.7 रिक्टर का भूकंप आया था, जिसका केंद्र पिथौरागढ़ था। एक जनवरी 2020 को 3.1 रिक्टर का भूकंप आया था, जिसका केंद्र पिथौरागढ़ जिला था। इस साल दो बार भूकंप आया। एक जनवरी को 3.1 रिक्टर का जबकि चार दिसंबर 2020 को 2.6 तीव्रता का भूकंप आया इसका केंद्र धारचूला था।

19 फरवरी 2021 को पिथौरागढ़ में चार रिक्टर स्केल पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। 28 जून 2021 को रिक्टर पैमाने पर 3. 7 का भूकंप महसूस किया गया जो पिथौरागढ़ से करीब 55 किलोमीटर उत्तर में 10 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था। 30 दिसंबर 2021 को 4.1 पर भूकंप आया था। 18 जनवरी 2022 को 3.8 रिक्टर स्केल, 19 अगस्त 2022 को 3.6 रिक्टर स्केल, 9 नवंबर 2022 को 4.3 रिक्टर पैमाने पर भूकंप के झटके पिथौरागढ़ में महसूस किए गए थे।

22 जनवरी 2023 को 3.8 रिक्टर पैमाने, 20 मार्च 2023 को 3.1 रिक्टर स्केल, 11 मई को 4.2 रिक्टर पैमाने पर भूकंप आया था। आज पिथौरागढ़ में जमीन से 5 किलोमीटर नीचे 3.2 मैग्नीट्यूड पर भूकंप महसूस किया गया।

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