यूक्रेन पर बढ़ेगा अटैक?, इजरायल-हमास युद्ध के बीच बड़ा खेला, उत्तर कोरिया ने रूस को भेजी हथियारों की खेप

उत्तर कोरिया
इजरायल और हमास में जारी युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा खेला कर दिया है। नॉर्थ कोरिया से सैन्य उपकरण और युद्ध सामग्री के 1,000 से अधिक कंटेनर मॉस्को पहुंचाए गए हैं। अमेरिका ने सैटेलाइट तस्वीरों के सहारे यह जानकारी दी है। यूक्रेन के साथ लंबे समय से चल रहे संघर्ष के कारण रूस का युद्ध सामग्री भंडार खत्म हो रहा है। इसे देखते किम जोंग उन ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। इस उत्तर कोरियाई योजना के बारे में अटकलें पिछले महीने उस वक्त तेज हो गईं, जब किम जोंग उन ने रूस की यात्रा की थी। किम ने अपनी यात्रा में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। उसने प्रमुख सैन्य स्थलों का दौरा भी किया था।

व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने इस मामले को लेकर बढ़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका का मानना ​​है कि किम उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए हथियारों के बदले में रूसी हथियार प्रौद्योगिकियों की मांग कर रहे हैं। व्हाइट हाउस ने तस्वीरें जारी कीं, जिसमें कहा गया कि कंटेनरों को ट्रेन के माध्यम से दक्षिण-पश्चिमी रूस ले जाने से पहले रूसी ध्वज वाले जहाज पर लादा गया था। इसके अनुसार, कंटेनर 7 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच उत्तर कोरिया के नाजिन और रूस के डुने के बीच भेजे गए थे।

रूस-यूक्रेन जंग फिर हो सकती है आक्रामक
अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर पहले भी रूस को गोला-बारूद, तोपखाने के गोले और रॉकेट उपलब्ध कराने का आरोप लगाया था। नॉर्थ कोरिया से रूस हथियार भेजे जाने की खबर ऐसे समय सामने आई है जब हमास और इजरायल के बीच जंग छिड़ी हुई है। ऐसा कह सकते हैं कि ग्लोबल मीडिया का इन दिनों फोकस रूस-यूक्रेन युद्ध से हटकर हमास-इजरायल पर है। सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की मानना है कि रूस को उत्तर कोरिया से हथियारों की खेप मिलना गंभीर संकेत है। कहा जा रहा है कि रूसी सेना अब यूक्रेन के उन इलाकों पर हमले तेज कर सकती है जहां वह कमजोर पड़ती नजर आ रही थी। ऐसे में दोनों देशों की ओर से एक-दूसरे पर अटैक बढ़ सकते हैं।

कैफे पर हुए हमले में 52 लोगों की मौत
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने आरोप लगाया कि जिस गांव के कैफे पर पिछले सप्ताह मिसाइल हमला किया गया था, वहां एक यूक्रेनी सैनिक की देखभाल पूर्व सैन्यकर्मी और 'नव नाजी' कर रहे थे। कैफे पर हुए हमले में 52 लोगों की मौत हो गई थी। मालूम हो कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में अपने शत्रुओं को नव-नाजी कहते हैं। दूसरी ओर, सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने दोहराया कि युद्ध शुरू करने और अपराधों को अंजाम देने के लिए रूस जिम्मेदार है। रूसी इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल से किए गए हमले में उत्तरपूर्व खारकीव क्षेत्र के 300 लोगों की आबादी वाले ह्रोजा गांव में 15 फीसदी से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। घायलों की देख-रेख के लिए फिर से खोला गया यह कैफे हमले में पूरी तरह नष्ट हो गया और यहां मौजूद सभी परिवार खत्म हो गए।

 

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button