रात्रि समय का निर्धारण
रात्री 4 भागों में विभाजित है
1 रूद्र काल
यह रात्री का पहला काल माना जाता है। यह सांय 06 बजे से 08 बजे तक माना जाता है। इस समय सयन करने से व्यक्ति मानसिक व शारीरिक रोगों से घिर जाता है। इस समय किसी भी तरह के अमर्यादित कार्य नहीं करना चाहिए। इस समय के दौरान ज्यादा से ज्यादा मौन और शांति से रहना चाहिए।
यह समय भक्ति व पूजा आरती का काल माना जाता है।
2 राक्षस काल
यह रात्री का दूसरा काल है ।ये रात 9 बजे से शुरू होकर 12 बजे तक रहता है। नाम के अनुसार इस समय धरती पर कामुक शक्तियां और बुरे विचारों का प्रभुत्व रहता है, इस समय जागने वाला अपने विचारों तथा कामुक शक्तियों पर नियंत्रण नहीं कर पाता जिस कारण वह राक्षस जैसा व्यवहार करता है।इसीलिए व्यक्ति को 9 से 12 बजे रात्री के समय जागना नहीं चाहिए।
3 गंधर्व काल
यह रात्री का तीसरा काल है,जो रात 12 बजे से 3 बजे तक होता है। यह शान्त काल माना है जो नियम से दूसरे काल को अपनाता है उसे इस काल में चैन, सुकून व गहरी नींद आती है। इस समय सुकून से सोने पर ही व्यक्ति दूसरे दिन के लिए पूर्ण तैयार हो पायेगा अन्यथा वह दूसरे दिन अस्वस्थ रहेगा।
4 मनोहर काल (ब्रह्म मुहूर्त)
यह काल प्रातः 03 बजे से 06 बजे तक रहता है। इस काल के कई नाम है जैसे जागृति काल, अमृत काल, मनोहर काल यह समय पढने के लिए सबसे अच्छा माना गया है,इस समय हमारा दिमाग 100% कार्य करता है। इस समय के दौरान आध्यात्मिक चिंतन-ध्यान व योग करना विशेष सिद्धि दायक है।
यही समय देवताओं का जागने का होता है।इसी समय ब्रह्माण्ड में अलौकिक शक्तियां घूमती है। यही सर्वश्रेष्ठ तथा सर्वोच्च काल माना गया है।
ब्रह्म मुहूर्त में उठने के फायदे
1- ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति स्वस्थ जीवन जीता है तथा वह हर समय स्फूर्ति एवं ताजगी से भरा रहता है, चाहे उम्र कितनी ही क्यों न हो।
2- ब्रह्म मुहूर्त में किए गये योग से हमारी आंतरिक शुद्धि होती है और हमारी इन्द्रियों की शक्ति कई गुना बढ जाती है।
3- ब्रह्म मुहूर्त का समय विद्या एवं ज्ञान प्राप्ति के लिए विशेष माना गया है। इसय हमारा दिमाग 100% काम करता है और हमारी याददाश्त भी सक्रिय हो जाती है और पढाई में एकाग्रता आती है।
4- ईश्वर की भक्ति के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है,इस समय आध्यात्मिक शक्ति मजबूत होती है,एकाग्रता बढती है,विश्वास बढता है, प्रेम बढता है तथा समर्पण की भावना जागृत होती है।
5- इस समय दिमाग़ तंदुरुस्त रहता है और भविष्य की योजना बनाने के लिए बहुत अच्छा समय है,आप अपने जीवन साथी या बच्चों के तथा परिवार के भविष्य के बारे में शान्ति से प्लानिंग कर सकते है।।
अतः ब्रह्म मुहूर्त का लाभ अवश्य उठाना चाहिए। क्योंकि यह 24 घंटे में सबसे बेहतरीन समय होता है।