एमपी में अफसरों पर गाज: आदेश न मानने पर रुका वेतन, होगी कड़ी कार्रवाई

भोपाल।मध्यप्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए सरकार ने अधिकारियों-कर्मचारियों के बड़े पैमाने पर तबादले किए हैं। भोपाल नगर निगम में भी कई अहम अफसरों को इधर से उधर किया गया, लेकिन आदेश के बावजूद कुछ अधिकारी पदों पर डटे हुए हैं। नतीजतन, न केवल शाखाओं का बंटवारा अटक गया है बल्कि आम नागरिकों के दैनंदिन कार्य भी ठप पड़ गए हैं।
दो अधिकारियों का वेतन रुका
नगर निगम के अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह चौहान और सहायक आयुक्त एकता अग्रवाल का तबादला क्रमशः जबलपुर और देवास नगर निगम किया गया था। दोनों का ट्रांसफर आदेश 17 जून को जारी हुआ, लेकिन अब तक उन्होंने पदभार नहीं छोड़ा। आदेश की अनदेखी करने पर दोनों का जुलाई और अगस्त माह का वेतन रोक दिया गया है।
नगरीय प्रशासन सख्त
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त संकेत भोंडवे ने कहा है कि निगम आयुक्त से चर्चा कर आदेश का उल्लंघन करने वाले अफसरों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निगम में कामकाज ठप
नगर निगम में अपर आयुक्त टीना यादव ने नया दायित्व संभाल लिया है, जबकि आयुक्त सीबी मिश्रा और अपर आयुक्त रणवीर सिंह रिटायर हो चुके हैं। वहीं, नव नियुक्त अतिरिक्त आयुक्त मुकेश शर्मा को ज्वाइनिंग के 10 दिन बाद भी कोई विभाग आवंटित नहीं हुआ है। अशोकनगर के पूर्व अतिरिक्त कलेक्टर शर्मा बिना विभाग के ही निगम मुख्यालय में बैठे हैं।