डॉक्टरों को निर्देश दवा ऐसी लिखे जो सभी जगह उपलब्ध हो

जबलपुर।अभी तक अधिकांशत: देखा गया है की डॉक्टर अपने पास की क्लीनिक में उपलब्ध दवाओं को ही अपने प्रिस्क्रिप्शन में लिखते थे या ऐसी राइटिंग में लिखते हैं जिसे सिर्फ एक मात्र उनके पास का ही मेडिकल स्टोर या उनके पसंद का मेडिकल स्टोर उस दवा के नाम को पढ़ सके इससे यह देखने में आया है की मरीज को जो दवाएँ लेनी पड़ती है वह काफी महंगी मिलती हैं, लेकिन उनका खरीद मूल्य मेडिकल स्टोर वाले को नगण्य में रहता है। इससे यह आशंका प्रतीत होती है कि कहीं ऐसा तो नहीं की मेडिकल स्टोर डॉक्टर को अतिरिक्त कमीशन देकर और ऐसी दवाओं की बिक्री बढ़ाते हैं। व डॉक्टर भी अनुचित दवाओं को प्रिस्क्रिप्शन में लिखते हैं। जबलपुर सीएमएचओ ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं की दवाओं के नाम के साथ उन दवाओं के जेनेरिक नाम भी लिखे जाएं।व दवाएँ ऐसी हो जो सभी या अधिकांश मेडिकल स्टोरों में उपलब्ध हों। जिससे कि मरीज को ना तो भटकना पड़े और ना ही डॉक्टर मरीज के बीच में जो विश्वास है वह टूट सके इससे डॉक्टर को भी फायदा है क्योंकि कुछ समय से ऐसा हो रहा है कि मरीज डॉक्टर के पास जाते हैं और वह बार-बार डॉक्टर को बदलते हैं उसके पीछे कारण डॉक्टरों के प्रति अविश्वसनीयता का होना है।