सुशासन संस्थान में हुआ मध्यप्रदेश रूरल कोलोक्वि

भोपाल

अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान, भोपाल और ट्रांसफार्म रूरल इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में भोपाल में मध्यप्रदेश रूरल कोलोक्वि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्य के ग्रामीण पुनर्जागरण के संदर्भ में गहन चर्चा की गई। इसमें ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिवर्तनों, पर्यावरणीय चुनौतियों, युवा शक्ति, आर्थिक विकास, रोजगार सृजन एवं एक बेहतर और सुसंगत ग्रामीण मध्यप्रदेश के नव-निर्माण पर विमर्श किया गया।

ग्रामीण नव-जागरण के संदर्भ में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मलय श्रीवास्तव, पूर्व अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव, रूरल इंडिया के प्रबंध निदेशक अनीश कुमार, यूनिसेफ की राज्य प्रमुख मार्गरेट ग्वाड़ा ने अपने विचार और अनुभव व्यक्त किये।

वर्तमान में हो रहे सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन सत्र में दिल्ली के "ब्रेन स्टेम'' संस्था के निदेशक अमजद, ग्रामीण समुदाय के चयनित परिवार के सदस्यों, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, महिला सामुदायिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को संबोधित किया।

सीमान्त और लघु किसानों और स्थानीय समुदायों के लिये महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे कृषि, वन, मत्स्य-पालन और प्राकृतिक संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर विचार-विमर्श किया गया। सत्र में विचारक स्थानीय आबादी के विशिष्ट ज्ञान, प्रथाओं और कमजोरियों पर विचार करते हुए उनकी जलवायु अनुकूलन आवश्यकताओं को प्राथमिकता देते हुए उच्च आजीवन संवर्धन के लिये आवश्यक नीतियों और रणनीतियों पर भी चर्चा की गयी।

इस दौरान सरकार, उद्योग जगत के लोग, तकनीकी शिक्षा से संबंधित लोगों ओर युवाओं के साथ समाधान की रणनीतियों पर चर्चा की गयी और मध्यप्रदेश में इन संरचनात्मक बाधाओं को कम करने के उद्देश्य से "स्थानीय समाधानों'' को प्रेरित करने के लिये रोडमेप तैयार किया गया। इस सत्र में मुख्य रूप से आयुक्त सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम पी. नरहरि सहित अन्य वक्ताओं ने विचार व्यक्त किये।

चौथे सत्र में एक नवीन गाँव के अभ्युदय के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की गई तथा समाज, सरकार और नागरिक हस्तक्षेप द्वारा सुसंगत विकास के तरीकों पर रणनीतिक समाधानों को विस्तार दिया गया।

 

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