30 जून तक 76 % 2,000 रुपये के नोट बैंकों में वापस जा चुके हैं, रिजर्व बैंक का अपडेट

नईदिल्ली

2,000 नोटों का विदा पत्र लिखा जा चुका है। यह नोट अगले 30 सितंबर तक ही बाजार में चलेगा। उसी दिन तक यह बैंक में भी जमा किये जा सकेंगे। रिजर्व बैंक ने कहा है कि ये नोट तेजी से वापस लौट रहे हैं। 30 जून 2023 तक 2,000 रुपये के 76 फीसदी नोट वापस लौट चुके हैं। यह जानकारी रिजर्व बैंक ने दी है। अब भी जिनके पास से नोट बचे हैं, उनसे आरबीआई ने शीघ्र ही इसे बैंक में जमा करा देने या बदल लेने का अनुराेध किया है।

2.72 लाख करोड़ रुपये लौटे वापस

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से तीन जुलाई 2023 को एक जानकारी साझा की गई। इसमें बताया गया है कि जिस समय 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने का फैसला हुआ, उस समय 3.62 लाख करोड़ रुपये के ये नोट बाजार में थे। इस निर्णय के डेढ़ महीने के भीतर तीन चौथाई से ज्यादा (2.72 लाख करोड़ रुपये से अधिक) नोट बैंकों में वापस आ चुके हैं। अब बाजार में महज 0.84 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,000 रुपये के नोट ही चलन में हैं।

19 मई को वापस लेने की हुई थी घोषणा

रिजर्व बैंक ने 19 मई 2023 को अचानक से 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने का फैसला किया था। उस दिन कहा गया था कि जिनके पास ऐसे नोट हैं, वे 30 सितंबर तक ये नोट अपने खातों में जमा करा लें या दूसरे मूल्य के नोट से बदल लें। रिजर्व बैंक का कहना है कि 31 मार्च 2023 को इस मूल्य के कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये के नोट चलन में थे।

इस फैसले का इकॉनमी पर कोई प्रतिकूल असर नहीं

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले दिनों ही बताया था कि दो हजार रुपये के नोटों को वापस लेने के फैसले का अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा था ‘मैं आपको स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि अभी जो 2,000 रुपये का नोट वापस लिये जा रहे हैं, उसका अर्थव्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा.’ गौरतलब है कि SBI रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक का 2,000 रुपये के नोट चलन से वापस लेने से खपत में तेजी आ सकती है और इससे चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत से अधिक रह सकती है।

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