सिर्फ 10,000 से बनेगा 10 करोड़ का फंड

रिटायरमेंट प्लानिंग से जुड़ी यह जानकारी आपको बताएगी कि कैसे सिर्फ 10,000 रुपये से आप 10 करोड़ रुपये का फंड तैयार कर सकते हैं. अगर आप जल्दी निवेश शुरू करते हैं तो कंपाउंडिंग का लाभ उठाकर लंबी अवधि में बड़ा फंड बनाना संभव है. उम्र के अनुसार एसआईपी की राशि बदलती है, लेकिन अनुशासन और धैर्य से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. सही योजना बनाकर आप रिटायरमेंट के बाद आरामदायक जीवन जी सकते हैं.
रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा हर किसी के लिए सबसे बड़ी चिंता होती है. ऐसे में अगर आप जल्दी और स्मार्ट इनवेस्टमेंट शुरू करें, तो छोटा-सा निवेश भी आपको करोड़ों का फंड दिला सकता है. कंपाउंडिंग और अनुशासन के जरिए मात्र 10,000 रुपये से भी 10 करोड़ रुपये तक का रिटायरमेंट फंड बनाना संभव है.
जल्दी निवेश शुरू करना क्यों जरूरी?
फाइनेंशियल प्लानिंग में समय की भूमिका सबसे अहम होती है. जितना जल्दी आप निवेश शुरू करते हैं, उतना ज्यादा समय आपके पैसों को कंपाउंडिंग से बढ़ने के लिए मिलता है. अगर आप 25 साल की उम्र में निवेश शुरू करते हैं, तो 15,000 रुपये की एसआईपी से 60 की उम्र तक लगभग 10 करोड़ रुपये तैयार हो सकते हैं. वहीं, 30 साल की उम्र में शुरुआत करने पर यह एसआईपी बढ़कर 28,000 रुपये करनी होगी और अगर आप 40 की उम्र में शुरुआत करते हैं, तो आपको हर महीने लगभग 1,00,000 रुपये का निवेश करना होगा.
कंपाउंडिंग का जादू
कंपाउंडिंग को समझना सबसे जरूरी है. इसका मतलब है कि आपके पैसे पर मिलने वाला रिटर्न आपके मूलधन में जुड़ता जाता है और अगले साल आप उसी पर और ज्यादा रिटर्न कमाते हैं. उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि जैसे पौधा लगाने पर वह धीरे-धीरे पेड़ बनता है, वैसे ही कंपाउंडिंग छोटे निवेश को समय के साथ बड़े फंड में बदल देती है. अगर आप 25 साल की उम्र से निवेश शुरू करते हैं, तो छोटे-छोटे योगदान भी लंबी अवधि में करोड़ों में बदल सकते हैं.
कितना फंड रिटायरमेंट के लिए जरूरी?
पहली नजर में 10 करोड़ रुपये बहुत बड़ा फंड लग सकता है. लेकिन, फाइनेंशियल प्लानर्स का मानना है कि यह भविष्य के खर्चों के लिए आवश्यक है. रिटायरमेंट के बाद हर साल आपको अपने फंड का केवल 3% से 3.5% निकालना चाहिए. यानी 10 करोड़ के फंड पर आप हर साल 30-35 लाख रुपये निकाल सकते हैं. यह रकम आपके मेडिकल, घरेलू और लाइफस्टाइल खर्चों के लिए पर्याप्त मानी जाती है.
अगर अभी ज्यादा निवेश संभव न हो तो क्या करें?
हर किसी के लिए 15,000 रुपये का एसआईपी तुरंत शुरू करना आसान नहीं होता. ऐसे में आप छोटे अमाउंट से शुरुआत कर सकते हैं. आप 5,000 या 10,000 रुपये के एसआईपी से शुरुआत करें. जैसे-जैसे आपकी इनकम बढ़े, हर साल एसआईपी की रकम 10% बढ़ाते रहें. इससे आपके ऊपर बोझ भी नहीं पड़ेगा और फंड तेजी से बढ़ेगा.
सही निवेश विकल्प चुनना
रिटायरमेंट फंड बनाने के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड्स सबसे अच्छा विकल्प माने जाते हैं. लंबी अवधि (30-35 साल) में इक्विटी का रिटर्न दूसरे एसेट क्लास जैसे एफडी, गोल्ड या रियल एस्टेट से ज्यादा होता है. हालांकि, मार्केट में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे, लेकिन एसआईपी में अनुशासन बनाए रखना बेहद जरूरी है. नियमित रिव्यू और लंबी अवधि तक टिके रहना सफलता की कुंजी है.
निवेश के साथ सुरक्षा भी जरूरी
सिर्फ निवेश करना ही काफी नहीं है. आपको जीवन की अनिश्चितताओं से बचाव भी करना होगा. टर्म इंश्योरेंस लेकर आप अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं. हेल्थ इंश्योरेंस आपके मेडिकल खर्चों को कवर करेगा, जिससे आपका निवेश सुरक्षित रहेगा.
समय पर शुरुआत और अनुशासन से बनेंगे करोड़पति
रिटायरमेंट फंड बनाना कोई मुश्किल काम नहीं है, अगर आप समय रहते शुरुआत करें और अनुशासन बनाए रखें. 25 साल की उम्र से 15,000 रुपये का एसआईपी आपके लिए 60 की उम्र में 10 करोड़ का फंड तैयार कर सकती है. वहीं, देरी करने पर आपको कई गुना ज्यादा निवेश करना पड़ेगा. इसलिए आज ही छोटी रकम से शुरुआत करें और धीरे-धीरे अपना योगदान बढ़ाते रहें. याद रखें, कंपाउंडिंग का जादू केवल समय पर शुरू करने वालों को ही फायदा देता है.