एक ही रास्ते पर दो राजनीतिक जुलूस: राहुल की पदयात्रा बनाम भाजपा का हस्ताक्षर अभियान, टकराव की आशंका

पटना। राजधानी पटना की राजनीति सोमवार को गरमाने वाली है। 1 सितंबर को कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही दलों के बड़े कार्यक्रम एक ही रूट पर होने जा रहे हैं। ऐसे में दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के आमने-सामने आने की आशंका जताई जा रही है।
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा का समापन गांधी मैदान से अंबेडकर पार्क तक पदयात्रा के रूप में होगा। यात्रा सुबह 10:50 बजे गांधी मैदान से माल्यार्पण के बाद रवाना होगी। उधर, भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री और उनकी मां के खिलाफ कथित अपशब्दों के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाने जा रही है, जो 11 बजे मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स से शुरू होगा। दोनों कार्यक्रमों की दूरी महज डेढ़ किलोमीटर है।
तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन के नेता रहेंगे साथ
राहुल गांधी की पदयात्रा में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और महागठबंधन के तमाम वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। दूसरी ओर, भाजपा के हस्ताक्षर अभियान में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा सहित कई सांसद, मंत्री और विधायक मौजूद रहेंगे। प्रशासन के लिए दोनों ओर के कार्यकर्ताओं को नियंत्रित रखना चुनौतीपूर्ण होगा।
कांग्रेस का आरोप—भाजपा कर रही बाधा डालने की कोशिश
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा, “जब तूफान चलता है तो उसे रोकने की कोशिशें बेकार हो जाती हैं। भाजपा यात्रा में अड़चन डालना चाहती है, लेकिन कल पटना की सड़कों पर जनता का सैलाब उमड़ेगा। भाजपा ने नाम काटकर बेइमानी की है और झूठ फैला रही है।”
भाजपा का पलटवार—राहुल की पदयात्रा विफल
वहीं भाजपा प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा, “लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। राहुल गांधी की किसी यात्रा को जनता का समर्थन नहीं मिला है। पटना में भी उनकी पदयात्रा विफल रहेगी। कांग्रेस का संवैधानिक संस्थाओं में कोई विश्वास नहीं है और जनता इन्हें कभी स्वीकार नहीं करेगी।”